मारुति सुजुकी के सभी प्लांटो में 3 साल के लिए ₹27,815/- ₹ वेतन समझौता

मारुति में 3 साल के लिए ₹27,815/- ₹ वेतन समझौता केवल टेंपरेरी वर्करों में निराशा

मारुति सुज़ुकी मजदूरी संघ के बैनर तले मारुति सुजुकी गुड़गांव व मानेसर प्लांट और सुजुकी पावरट्रेन  मैं सामूहिक मांग पत्र पर एक साथ 3 साल का वेतन समझौता संपन्न्न्न हो गया है 

इस समझौते के तहत तीनोंं प्लांट में वेतन वृद्धि के साथ मेडिकल आवश्यक लोन अवॉार्ड सम्मोहित सुविधाओं में बढ़ोतरी हुई है



6 महीने की देरी केेे बाद मारुति मारुति सुजुकी हरियाणा  तीनों प्लांट में 3 वर्ष केेेे लिए ₹27815/- ₹ रुपए का वेतन समझौता हो गया है परमानेंट वर्करों के साथ यह समझौता हुआ है जबकि कैजुअल वेयर टेंपरेरी वर्करों के बारे में अभी बातचीत चल रही है 

इस जानकारी हेतु मानेसर मारुति प्लांट के प्रधान अजमेर यादव ने कहा है कि 1 अगस्त 2021 से नए वेतन समझौते के लिए तीनों प्लां यूनियन केस ज्यादा मांग पत्र प्रबंध को दिया था 

कोविड-19 दूसरी लहर के बाद जब स्थिति सुधरी तो मैनेजमेंट के साथ वार्तालाप की गई 

मारुति सुज़ुकी यूनियनों के संयुक्त्त मंच सुजुकी मजदूर संघ के अनुसार यह समझौता वर्ष 2021 से 2023 तक 3 वर्ष के लिए किया गया हैै 

जिसके तहत समझजनक वेतन वृद्धिि के के साथ तमाम सुविधाएं बढ़ाई गई है

समझौतेेे के मुताबिक वेतन समझौता की कुल राशी यह तीनों वर्ष के अनुपात केेेे अनुसार क्रमांक 55:25:20 होगी 

इसमें 24300/- ₹  वेतन में, 

₹500 इंसेंटिव स्कीम में प्रोडक्शन के तौर 

3015/- ₹ अन्य लाभ तय किया गया है 

छुट्टियों की संख्या सालाना 22 से बढ़ाकर 14 कर दी गई है

हालांकि कैजुअल और टेंपरेरी वर्क्क्क इस समझौ खुद को अलग-थलग पाने से निराश रहे नाम वह जागीर करने की शर्तों पर गुड़गांव प्लांट में के एक कैजुअल वर्कर वर्क न्यू वर्कर्स यूनियन यूनिटी सेे कहा  कंपनी में प्रोडक्शन का अधिकांश काम ठेकेदार मजदूर करतेे हैं लेकिन जब सैलरीी बढ़ोतरी की बात आती तो उन्हें भुला दिया जाता है

1. इस वर्कर ने बताया की कैजुअल वर्करों को मुश्किल सेेे ₹20000 सैलरी मिलती है

2. दीपावली के अलावा अन्य कोई छुट्टी नहीं मिलती है 

3.अगर 3 महीने में 2 से अधिक छुट्टी ली तो इंसेंटिव बोनस के नाम पर मिलने वाले ₹4000 भी काट लिए जाते हैंं 

4. हमें कोई भी छुट्टी नहीं मिलती हैं 

5. जो मिलती है उनके पैसे काट लिए जाते हैं

6. हमेंं सम्मानजनक वेतन भी नहीं दिया जाता हैंं

7.  10 - 10 साल से यहां वर्कर ठेके पर कैजुअल के रूप में काम कर रहे हैं 

एक अन्य वर्कर वर्कर्स यूनियन यूनिटी के व्हाट्सएप पर मैसे भेजा है मारुति सुज़ुकी कंपनी ने पर डिजाइनर किया है कि रेगुलर एंप्लॉयमेंट को डायरेक्ट ₹27,800/-  की बढ़ोतरी हुई 

जबकि अन्य कैजुअल साथियों सिर्फ नाम के लिए ही सैलरी बढ़ोतरी फिर सेेेे कैजुअल साथियों साथियों को निराश किया गया है 

मारुति सुजुकी कंपनी के यूनियन और मैनेजमेंट ने उल्लेखनीय किया है कि मारुति सुजुकी यह तीनों प्लांट परमानेंट वर्करों केेेेे मुकाबले केवल और टेंपरेरी वर्करों की काफी संख्याा है  

उनकी सैलरी भी परमानेंट वर्करों के मुकाबले चार से पांच गुनाा कम है 

मारुति मानेसर के पूर्व नेता रामनिवास, जो कि मारुति आंदोलन के अगुवा नेताओं में भी शामिल थे, उन्होंने बताया कि सबसे अधिक संख्या ठेका मज़दूरों की होने के बावजूद उनकी सुविधाएं न्यूनतम हैं क्योंकि टेंपरेरी वर्करों को सात सात महीने के लिए रखा जाता है। इसलिए उनकी ओर से कोई ठोस डिमांड नहीं आ पाती।



कुछ साल पहले एक वेतन समझौते में जब ठेका मज़दूरों की सैलरी नहीं बढ़ी तो टेंपरेरी और केजुअल ने प्लांट में हंगामा किया, जिसके बाद डेढ़ दो हज़ार रुपये की वृद्धि की गई। इस मामले में मारुति आंदोलन के अगुवा रहे खुशीराम और जितेंद्र पर आज भी मुकदमा चल रहा है, जबकि वे प्लांट में काम भी नहीं करते।

अजमेर यादव कहते हैं कि “यूनियन का हर प्रयास होता है कि ठेका और टेंपरेरी वर्करों के हित में समझौते हों। हर साल कुछ टेंपरेरी और ठेका वर्करों को परमानेंट किया जाता है। पिछले साल करीब 25 ठेका वर्करों को परमानेंट किया गया। इस बार भी अभी बात चल रही है।”

उन्होंने कहा कि महामारी के कठिन दौर के बाद ये समझौता हुआ है। मैनेजमेंट अगले कुछ ही दिनों में ठेका वर्करों की सुविधाओं में बढ़ोत्तरी की घोषणा करेगी। उम्मीद है कि ये पहले से बेहतर ही होगा।

समझौते के मुख्य बिन्दु-

प्रमोशन पॉलिसी में बदलाव करते हुए इस पॉलिसी को 40 नंबर की बजाय 35 नंबर की किया गया है। इसके तहत एक ए ग्रेड और दो बी ग्रेड मिलने पर भी 3 वर्ष के अंदर उनका प्रमोशन हो जाएगा, साथ ही हर वर्ष विभाग के पास ग्रेड ए का लिमिट से बढ़ाकर 40 %कर दिया है।

पेट्रोल अलाउंस में ₹1000/-  की वृद्धि करते हुए इसे ₹3400 /- से बढ़ाकर ₹4400/- किया गया है।

B शिफ्ट एलाउंस में ₹20 और C शिफ्ट एलाउंस में ₹30 की वृद्धि हुई है।

SUTA नाम से मिलने वाली ₹2000/-₹ की सुविधा जोकि 7 वर्ष के लिए निर्धारित थी, उसे अगले 5 वर्ष के लिए और बढ़ाया गया है।

अगले 3 वर्ष के लिए दीपावली गिफ्ट को ₹12,000/- ₹ प्रति वर्ष के हिसाब से निर्धारित किया गया है

जरूरत के हिसाब से प्रतिवर्ष मिलने वाले एनुअल एडवांस एक लाख से बढ़ाकर 1.5 लाख रुपए हुआ है।

स्वयं की शादी, बहन की शादी, बेटे और बेटी की शादी में मिलने वाली शगुन राशि 5100/- से बढ़ाकर ₹11, 000/-₹ हुआ है।

किसी के घर पर कन्या का जन्म होने पर 5100/- ₹ रुपए दिए जाएंगे।

हर वर्ष नए मॉडल पर मिलने वाली राशि 1100/-₹ से बढ़ाकर ₹2100/- हुआ है और साथ में ₹500/- की टीशर्ट पहले की भांति मिलती रहेगी।

नर्सरी से लेकर 12वीं कक्षा तक के मेधावी छात्रों को पुरस्कृत करने वाली राशि में भी इजाफा हुआ है।

नई कार खरीदने पर मिलने वाले डिस्काउंट में ₹11000/- ₹ सभी मॉडल्स पर वृद्धि हुई है।

प्रतिवर्ष मिलने वाले फैमिली पिकनिक कूपन को प्रति सदस्य ₹800/- ₹ से बढ़ाकर ₹1000/- ₹ हुआ है।

पर्सनल लोन पर मिलने वाले ₹4 लाख की सब्सिडी बढ़कर ₹6 लाख हुई है।

लोंग सर्विस अवॉर्ड में सभी वर्षों के सभी स्तरों में ₹10000/-  प्रति स्तर के हिसाब से वृद्धि के तहत 15 वर्ष पर मिलने वाले सिल्वर मोमेंटो की जगह 5 ग्राम सोने का सिक्का, सीनियर साथियों के लिए 35 वर्ष पूरे होने पर 400 ग्राम चांदी के मोमेंटो के साथ 45000/-  की राशि दी जाएगी।

रिटायरमेंट पर 200 ग्राम सिल्वर मोमेंटो से बढ़ाते हुए 300 ग्राम सिल्वर मोमेंटो के साथ ₹31000/-  की राशि दी जाएगी।

सभी को सेफ्टी शूज की बाध्यता की जगह एक समान स्पोर्ट्स शूज या सॉफ्ट शूज दिया जाएगा और जिस विभाग में कार्य अनुसार सेफ्टी शूज की जरूरत होगी उनको अतिरिक्त सेफ्टी शूज भी मिलेगा

चिकित्सा प्रणाली में भी सुधार, आश्रित माता पिता की वार्षिक आय की सीमा को 3.5 लाख से बढ़ाकर 4.2 लाख़ हुआ है।

₹300000 से ऊपर माता पिता पर होने वाले मेडिकल खर्चे पर होने वाली 10% की कटौती की रेंज बढ़कर 4.5 लाख हुआ है।

किसी भी प्रकार की हॉस्पिटलाइजेशन के बाद 2 महीने की दवाई के बिल लगाने की सीमा बढ़कर 3 महीने हुई है।

आश्रित बेटे की उम्र सीमा 28 वर्ष से बढ़कर 30 वर्ष हुई है।

सालाना चेकअप : 30 से 35 वर्ष के साथियों का कंपनी से बाहर हेल्थ चेक अप नहीं होता था उसे 2 वर्ष में एक बार कंपनी से बाहर और एक बार कंपनी के अंदर टेस्ट के हिसाब से निर्धारित हुआ है।

आंखों के लेंस की राशि ₹8000/- से बढ़कर ₹12,000/- ₹ पेसमेकर की राशि ₹2 लाख से बढ़कर 2.5 लाख रुपए, आईसीडी डिवाइस की कीमत 4.5 लाख से बढ़ाकर 5 लाख निर्धारित हुई है।



मेडिकल क्लेम के तहत किसी दुर्घटना की स्थिति में, जबड़ा फ्रैक्चर होने पर भी अब क्लेम मिलेगा।

IVF में शुरुआती निरीक्षण प्रक्रिया के क्लेम में सुधार के साथ उसमें प्रोसीजर का खर्चा भी शुरू हुआ है।

अन्य सुविधाओं में लाभ

रविवार, शट डाउन में कार्य करने पर मिलने वाले ₹450/- में वृद्धि करते हुए 525 रुपए हुआ है, और अतिरिक्त कार्य करने पर मिलने वाली राशि ₹300/- से बढ़ाकर 375/- रूपए हुई है।

डेथ कंपनसेशन में मिलने वाली 20 लाख रुपए 


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3 Comments
  1. श्रीमान यूनियन महोदय जो भाई TW1YA TW2 कर चुके है उनको भी 3 वर्ष मी मौका दीया जाय ताकि अपने भविष्य मी कुछ पैसा एकत्था करके कूछ बिज़नेस या रोजी रोटी के लिए कुछ कर सके ।
    जिससे हमारा भविष्य या हमारे परिवार का भविष्य मी में सुधार हो सके ।
    आपका भाई
    जितेन्द्र कुमार गुप्ता
    Tw1 .Tw2 MSIL CAR PLANTIMT MANESAR GURGAON HARYANA
    Thanks sir

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